Mr. Akash Kurmi
Librarian (Gazetted Officer), Govt. Degree College, Hatta, Damoh (M.P.)
Former Librarian Kendriye Vidhyalaya, Trespone, Kargil (J&K)
Former Adhoc Faculty ( Lib. & Info. Sc.)
Govt. Autonomous Girls PG College of Excellence, Sagar (M.P.)
Email- akash.kurmi@mp.gov.in
नई दिल्ली, 28 मार्च 2025
भारत में डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, और अब ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) के माध्यम से शिक्षा, विज्ञान, और अन्य क्षेत्रों में नई संभावनाओं का द्वार खुलने जा रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हो रही है, जिसमें AR आधारित लाइब्रेरी के कन्सेप्ट ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की ओर कदम बढ़ाया है।
प्रख्यात तकनीकी विशेषज्ञ आकाश कुर्मी ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा, “ऑगमेंटेड रियलिटी तकनीक भारतीय लाइब्रेरी प्रणाली में एक नई दिशा दे सकती है। इसमें छात्रों और शोधकर्ताओं को किताबों, डेटा, और शैक्षिक सामग्री को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया जा सकता है। AR के माध्यम से, एक पुस्तक या लेख में दी गई जानकारी को 3D इमेजरी और इंटरेक्टिव फीचर्स के साथ प्रस्तुत किया जा सकता है, जिससे छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से समझने में मदद मिलेगी।”
आकाश कुर्मी ने आगे कहा, “AR का उपयोग लाइब्रेरी में किताबों की शारीरिक उपस्थिति की बजाय वर्चुअल कंटेंट के रूप में किया जा सकता है। इसके द्वारा छात्रों को और अधिक विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, साथ ही साथ वे किताबों को अपनी आवश्यकता के अनुसार कस्टमाइज भी कर सकते हैं।”
AR लाइब्रेरी के लाभ:
- इंटरएक्टिव अनुभव: AR तकनीक पाठ्यक्रम को अधिक इंटरएक्टिव और आकर्षक बना सकती है, जिससे छात्रों की रुचि बनी रहेगी।
- वर्चुअल कलेक्शन: लाइब्रेरी में भौतिक स्थान की कोई कमी नहीं रहेगी, क्योंकि डिजिटल रूप में वर्चुअल कलेक्शन उपलब्ध रहेगा।
- शोध और विकास: शोधकर्ताओं के लिए AR आधारित लाइब्रेरी एक सशक्त उपकरण हो सकती है, जिसमें वे आंतरक्रियाशील डेटा और रिसर्च मटेरियल तक त्वरित पहुँच बना सकते हैं।
- लागत की बचत: कागज और भौतिक पुस्तकों पर खर्च को कम किया जा सकता है, क्योंकि ज्यादातर सामग्री वर्चुअल रूप में उपलब्ध होगी।
भारत में AR तकनीक का विकास पिछले कुछ वर्षों में तेजी से हुआ है। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ही इस दिशा में निवेश कर रहे हैं। भारतीय शैक्षिक संस्थानों में AR को शामिल करने की प्रक्रिया जारी है, और यह तकनीक आने वाले समय में और भी व्यापक रूप से अपनाई जा सकती है।
आकाश कुर्मी ने यह भी कहा कि, “भारत में AR लाइब्रेरी के लिए संभावनाएँ विशाल हैं। खासतौर पर ग्रामीण और छोटे शहरों के छात्रों के लिए, जिनके पास उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षिक सामग्री तक पहुंच कम है। AR द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली वर्चुअल लाइब्रेरी उनके लिए एक बड़ा लाभ हो सकती है।”
ऑगमेंटेड रियलिटी आधारित लाइब्रेरी का विचार भारत के शिक्षा क्षेत्र में नई उम्मीदें पैदा करता है। यह न केवल शैक्षिक अनुभव को नया और रोचक बनाएगा, बल्कि भारतीय लाइब्रेरी सिस्टम को भी एक वैश्विक दृष्टिकोण से पुनः परिभाषित करेगा। आने वाले वर्षों में, यह तकनीक भारतीय शिक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बन सकती है, जो छात्रों के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलेगी।