आधुनिक दौर का उभरता भारत का 78 वां गणतंत्र दिवस
हमारा स्वतंत्र प्रजातांत्रिक गणतंत्र देश भारत ने, वर्तमान में आजादी के बाद जो विरासत बनाई है उसमें आज के दिन हम सब भारतवासियों को और विश्व के सभी देशों के हमारे देश भारत के प्रति सद्भावना रखने वाले समस्तजनों के सहयोग से यह प्रण लेना चाहिए कि, विगत 200 वर्षो में निरंतर प्रजातांत्रिक और समेकित विकास हुआ है, और जिसमें बढ़-चढ़कर अपना योगदान हम दे रहे हैं और हमें आगे भी देना चाहिए।
आज के दिन स्वतंत्रता दिवस पर संयुक्त गणराज्य भारत के राष्ट्रध्वज को और राष्ट्रगान को संविधान समेत आत्मसात कर अपने को अपनी मानसिक, वैचारिक गुलामी से भी आजाद कर अपनी वैश्विक मनोधारणा और व्यक्तिगत स्थिति को बेहतर आंकना व सुनियोजित करना हमारा संकल्प हो। भारत के हर नागरिक को अपने मोबाइल पर मिनिस्ट्री आॅफ लाॅ भारत सरकार की अधिकारिक वेबसाइट से रिसेंट अमेन्डमेन्ट सविधान व आवष्यकतानुसार विभिन्न कानूनो (एक्ट)को डाउनलोड कर सरलता से अध्ययन् करना आदत में डालना चाहिए, जिसके लिए एल.एल.बी की डिग्री होना आवष्यक नही है।
भारत का एक-एक नागरिक जब सिर उठाकर ऊपर खुले आसमान को देखे तो जितना ऊपर वह सोच और देख सकता है उतनी ही सफलता वह देश और विश्व में प्राप्त कर सकता है ऐंसा महसूस करें, एक-एक नागरिक हमारे देश का देश के और घर के भीतर रहने वाला सैनिक है और हर क्षण वह अपने देश, समाज, विश्व परिवार का निर्माण और विकास में सहयोग कर रहा है।
जैसा कि न्यु वल्र्ड आर्डर, न्यु इकोनामिक आर्डर और एन.एच.ओ. हमारे देश की परम्परा ‘वसुधैव कुटुम्बकम‘ की अवधारणा पूरे विश्व में चर्चा का विषय है। भारत सरकार व कई देशों की सरकार द्वारा जिसपर राउन्ड टेबिल कान्फ्रंेन्स के आयोजन से संबंधित विषयों पर विचार कर रहे है। हमें आज के हमारी प्यारी संसद और पिता समान भारत सरकार व राज्यों की राज्य सरकार के द्वारा पूरे भारत में चलाये जा रहे ‘हर घर तिरंगा‘ कार्यक्रम को सफल बनाते हुए 15 अगस्त 1947 के दिन को महसूस करते हुए सम्पूर्ण विश्व एक परिवार के रूप में प्रण लेकर भारत को विश्वशक्ति बनाने में आ रही हर दिक्कत को दूर कर हर नागरिक इसी जन्म में अपनी देश के प्रति, परिवार के प्रति जिम्मेदारी को निभाते हुए 100 वर्ष की आयु पूर्ण करे, ऐंसा हमारा ध्येय है।
डा. विनय कुमार वर्मा
संविधानविद्
चेयरमैन, यूनिवर्सल पीस बैगर सोसायटी, संसारछाया